महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों ने सारे दांव-पेंच अपनाने शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में भाजपा ने महाराष्ट्र में चुनाव से पहले कांग्रेस और उसके साथ गठबंधन में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी NCP को दाउद के साथ कनेक्शन को लेकर हमला बोला है. रविवार को बीजेपी ने मुंबई में प्रेस वार्ता कर पूर्व उड्डयन मंत्री और NCP के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल और दाउद की डी कंपनी के बीच संबंधों को लेकर बड़ा खुलासा किया. प्रेस वार्ता में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी इकबाल मिर्ची और पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल के बीच मिले कनेक्शन को लेकर कांग्रेस पर सवाल खड़े किए.
बीजेपी प्रवक्ता पात्रा ने कहा 'मीडिया ने प्रफुल्ल पटेल और दाऊद की डी-कंपनी के बीच की कड़ी को उजागर किया है। इसके बाद मैं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या उनकी पार्टी इस खुलासे के बाद राकांपा के साथ गठबंधन करेगी।' उन्होंने कहा कि जो दस्तावेज (पटेल और मिरची की पत्नी के हस्ताक्षर वाले) सामने आए हैं इससे साफ है कि NCP झूठ बोल रही है।
NCP ने इस खुलासे पर सफाई देते हुए कहा था कि इकबाल मिर्ची की 2013 में लंदन में मृत्यु हो गई थी और प्रफुल्ल पटेल का इकबाल मिर्ची के साथ किसी तरह का कोई भी व्यवहार नहीं था। इस पर संबित पात्रा ने एनसीपी पर झूठ बोलने का आरोप लगाते एनसीपी पर पटेल को बचाने का प्रयास करने का आरोप लगाया.
प्रफुल्ल पटेल का डी कंपनी के साथ कनेक्शन का खुलासा मुंबई स्थित दो बिल्डरों के ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई के बाद हुआ. ईडी ने जिन दो बिल्डरों के ठिकानों पर कार्रवाई की थी. ईडी को कार्रवाई के दौरान कुछ दस्तावेज हाथ लगे थे. जिसने प्रफुल्ल पटेल का नाम सामने आया. ईडी ने राजनेताओं और बिल्डरों के साथ मिर्ची के संबंधों के संबंध में मिर्ची के दो सहयोगियों को ग्रीट किया, जो कथित रूप से डी-कंपनी से संबंधित संपत्तियों के लेनदेन में शामिल थे। दोनों आरोपियों की पहचान रियल एस्टेट ब्रोकर रंजीत सिंह बिंद्रा और सर मोहम्मद यूसुफ ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन हारून यूसुफ के रूप में हुई है जो कि ही दोनों ही मुंबई के रहने वाले हैं।