सीलिग क्षेत्र में सरकारी राशन की दुकानों नि:शुल्क चावल का वितरण

शहर का किदवईनगर क्षेत्र सील होने के बाद क्षेत्र के लोग घरों में कैद हैं, लेकिन इसमें पुलिस की सख्ती भी काम कर रही है। जरूरत के सामानों के लिए लोग घरों के अंदर से ही नजदीकी पुलिसकर्मियों को जानकारी दे रहे हैं। हालांकि खाद्य व जरूरत के अन्य सामान पहुंचने में लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है। सीलिग क्षेत्र में सख्ती के बीच सरकारी राशन की दुकानों नि:शुल्क चावल का वितरण भी हुआ। उधर, क्षेत्र की मस्जिद और क्षेत्र को बुधवार को भी सैनिटाइज कराया गया। लोगों के घर खाना, पशु चारा और दवाओं की होम डिलीवरी हुई। पुलिस ने लोगों के घरों में कच्चे राशन के साथ खाने के पकैट भी पहुंचवाए।



खेतों में चारा लेने गए किसान


मुजफ्फरनगर शहर से सटे शेरनगर में बनी मस्जिद में एक जमाती कोरोना पॉजिटिव मिलने से क्षेत्र सील है। इसके साथ पड़ोसी गांव बिलासपुर गांव भी सील होने से लोग घरों में बंद हैं। बुधवार को दोनों गांवों में सन्नाटा पसरा रहा। पुलिस बल मौजूद रहा और जरूरत की खाद्य सामग्री और दवाओं की होम डिलीवरी की जानकारी लेकर कराने में लगा रहा। क्षेत्र में डटे पुलिसकर्मियों को लोगों ने दूध और दही भी दी। पशुओं के चारे के लिए स्थानीय किसानों को जरूर भेजा गया। गांव में शाम को भैंस और गाय का दूध देने के लिए भी थोड़ी राहत रही। पुलिसकर्मियों की मदद से गांव में दूध का विरतण कराया गया।


कस्बे में घुसने पर पाबंदी


पुरकाजी पुलिस ने सुबह लॉकडाउन का उल्लंघन करने के मामले में 15-20 लोगों को हिरासत में लिया। कई दिन से मंडी बंद होने से कस्बे में सब्जी की समस्या दिखाई देने लगी है। देहात से दूध लाने वाले को पुलिस ने रोका तो कालोनी वालों ने विरोध जताया। पुलिस का कहना है कि बाहरी व्यक्ति को कस्बे में नहीं आने दिया जाएगा। बाहरी क्षेत्रों पर लगे बैरियरों पर चेकिग सख्त कर दी गई है। कस्बे से दो जमातियों के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद पुलिस ने कस्बे व देहात के चार गांवों को सील कर रखा है। कस्बे में बुधवार सुबह दूध लेने जा रहे कुछ लोगों को पुलिस ने पकड़ कर थाने में बैठा लिया। घंटों बाद सभी को ताकीद कर छोड़ा गया तो कुछ के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है। चार दिन से मंडी में माल नहीं आने से कस्बे में सब्जी के दामों में उछाल है। देर रात गांव से कस्बे की कॉलोनी में दूध लेकर जा रहे दूधिया को पुलिस ने पकड़ लिया। कॉलोनी के लोगों ने पुलिस को दूध को लेकर समस्या बताई। पुलिस ने दो लोगों को गांव जाकर दूध लेकर आने को कहा। पुलिस ने बाहर से किसी भी व्यक्ति के कस्बे में आने पर पाबंदी लगा दी है। सिटी मजिस्ट्रेट अतुल कुमार, एसडीएम सदर अशोक कुमार, क्षेत्राधिकारी सदर कुलदीप सिंह आदि ने नगर पंचायत व थाना पहुंचकर व्यवस्थाओं को देखा।


सिसौली में गेहूं कटाई शुरू


सिसौली सिसौली में कोरोना संक्रमित महिला मिलने के बाद प्रशासन द्वारा सील लगाई गई थी। सीलिग के बीच सिसौली में किसानों ने गेहूं की कटाई शुरू कर दी है। प्रशासन ने किसानों को राहत देते हुए सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए गेहूं के काटने की अनुमति दे दी है। एक दिन पूर्व गन्ने के पांच क्रय केंद्र भी चालू कर दिए गए थे। प्रशासन अब तक यहां के 162 परिवारों के 835 लोगों को होम क्वारंटाइन कर चुका है। इसके अलावा महिला का पति आइसोलेट पर है। महिला व उसका पुत्र भी अभी तक नोएडा में आइसोलेट पर है। इन तीनों के 20 अप्रैल में दोबारा सैंपल लिए जाएंगे। इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही सिसौली में सील हटाने के संबंध में कोई निर्णय लिया जाएगा। भौराकलां थाना अध्यक्ष वीरेंद्र कसाना ने बताया कि पुलिस ने बुधवार को 10 बाइकों के चालान किए। तीन बाइक सीज की गई। गांव सावटू में भी लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।


घरों से बाहर नहीं निकल रहे ग्रामीण


खतौली गांव वाजिदपुर खुर्द में एक पूर्व सैनिक के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद गांव को सील कर दिया गया था। वहां लोग बुरी तरह खौफजदा हैं। लोग घर से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। बुधवार को गांव में राशन का वितरण हुआ, लेकिन चंद लोगों ने ही राशन लिया। अधिकांश लोगों ने घरों में ही रहना बेहतर समझा। कुछ लोग पशुओं का चारा लेने के लिए खेत पर गए। गांव के सभी छोर पर बैरिकेडिग रही और पुलिस तैनात रही।


एक-एक करके दिया गया राशन


खतौली मोहल्ला पश्चिमी सराफान में क्वारंटाइन किए गए एक जमाती के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद पूरे मोहल्ला में दहशत है। लोग खुद को घरों में कैद किए हुए हैं। बुधवार को मोहल्ले में राशन का वितरण हुआ। वहां शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा गया। सभी लोगों को एक-एक मीटर दूर खड़ा कर राशन बंटा गया। एक-एक करके कार्डधारकों को बुलवाकर राशन दिया गया। क्षेत्र में दूध लेने को लेकर लोग परेशान नजर आए। पुलिस ने किसी को दूध लेने के लिए मोहल्ले से बाहर जाने नहीं दिया।